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बोझ पर कंधों पापा कर्तव्य क्यूं अधूरा ही रह गया क्यूं चले गए इतना जल्दी मेरे प्रिय पिताजी नन्हे पांव थाम कर पृथ्वी की गति साथ हाथ थाम हक़ीकत निभाता जीवन रंग

Hindi थाम कर कंधों पर बोझ Poems